Kaddu ki unnat Kisme

बहुत कमाई कराएंगी ये कद्दू की उन्नत किस्में। Kaddu ki unnat kisme

कद्दू की उन्नत किस्में (kaddu ki unnat kisme) आदि के विषय में जानकारी.

कद्दू की उन्नत किस्में बताने से पहले आपको यह बात ध्यान में रखनी होगी कि लौकी और कद्दू की खेती पास पास नहीं करनी चाहिए क्योंकि दोनों फसलों में लगभग एक ही प्रकार के कीड़े और रोग लगते हैं और इस कारण से आपकी दोनों फसलें बर्बाद हो सकती हैं लेकिन इस ब्लाग पोस्ट में हम कद्दू की उन्नत किस्में (kaddu ki unnat kisme) जानेंगे इसलिए इस पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़ें.

कद्दू की उन्नत किस्मों में हमनें दो प्रकार की किस्मों को रखा है स्थानीय किस्में और उन्नतशील किस्में; कद्दू की स्थानीय किस्मों में बड़ा लाल, बड़ा गोल, पीले गूदे वाली और लाल गूदे वाली आदि किस्में आती हैं और जबकि कद्दू की उन्नतशील किस्मों में पूसा विकास, पूसा विश्वास, पूसा रत्नाकर, पूसा अलंकार, सोलन बादामी, सी ओ 1, सी ओ 2 और अर्का सूर्यमुखी जैसी किस्में आती हैं. आगे हम इन्हीं कद्दू की उन्नत किस्मों में से कुछ के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल करेंगे ताकि आपको कद्दू की उन्नत शील किस्म चुनने में कोई कठिनाई न हो इसलिए पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़ें.

पूसा अलंकार

पूसा अलंकार को ही F1 Hybrid भी कहते हैं यह किस्म अच्छी उपज देती है और यह एक कद्दू की संकर किस्म है.

यह भी पढ़ें: मुनाफा ही मुनाफा देंगी ये कपास की उन्नत किस्में

अर्का सूर्यमुखी

इस किस्म के फल छोटे व गहरे नारंगी रंग के होते हैं जिन पर भूरे रंग की धारियां बनी होती हैं इसका गूदा भी अच्छी सुगंध वाला, सख्त चमकीला सुनहरे रंग का होता है सबसे अच्छी बात यह है कि इसके गूदे का रंग सब्जी पकने के बाद भी ज्यों का त्यों रहता है इसके फलों का औसत वजन करीब 1 से 1.5 किलोग्राम होता है इसकी फसल करीब 100 दिन में तैयार हो जाती है.

अर्का चंदन

इस किस्म के फल भी मध्यम आकार के होते हैं इसके फल गोल और दोनों सिरों पर कुछ कुछ दबे हुए होते हैं इसके फलों का वजन अर्का सूर्यमुखी से ज्यादा होता है इसके फलों का औसत वजन लगभग 2.5 से 3.5 किलोग्राम होता है इस किस्म के पौधे लगभग 125 दिनों में तैयार हो जाते हैं.

यह भी पढ़ें: साहीवाल गाय की पहचान और साहीवाल गाय का दूध

कद्दू के फल

कोयंबटूर 1

कोयंबटूर 1 एक पछेती किस्म है इसकी बेल बहुत तेजी से बढ़ती है इसके फल ग्लोब के आकार के और लुभावने होते हैं पर इसके फलों का औसत वजन करीब 7 से 8 किलोग्राम होता है इसमें बीज भी कम संख्या में होते हैं एक बेल पर लगभग 7 से 8 फल लगते हैं और यह किस्म लगभग 175 दिनों में तैयार हो जाती है.

यह भी पढ़ें: अधिक मुनाफे वाली खरबूजा की उन्नत किस्में

कोयंबटूर 2

इस किस्म की बेलें कोयंबटूर 1 की अपेक्षा कम फैलती हैं इसके फल आकार में छोटे और नारंगी रंग के गूदे वाले होते हैं और इस किस्म की फसल करीब 130 से 135 दिनों में तैयार हो जाती है.

इस ब्लॉग पोस्ट में हमनें कद्दू की उन्नत किस्में (kaddu ki unnat kisme) आदि के बारे में जानकारी हासिल की उम्मीद है आपको यह पोस्ट पसन्द आया होगा ऐसी ही और भी नई जानकारियां सबसे पहले पाने के लिए नीचे दी गई लाल रंग की घंटी को क्लिक करके सब्सक्राइब करें और अपने किसान मित्रों में भी शेयर करें.

यह भी पढ़ें: अच्छी पैदावार देंगी ये लौकी की उन्नत किस्में

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Open chat
1
हैलो
हैलो