Compost khad banane ki adhunik vidhi

कम्पोस्ट खाद भाग 3: कम्पोस्ट खाद बनाने की नाडेप या आधुनिक विधि

किसान मित्रों कम्पोस्ट खाद भाग 3 में कम्पोस्ट खाद बनाने की नाडेप या आधुनिक विधि (Compost khad banane ki nadep ya adhunik vidhi) के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल करने से पहले आपको यह बता दें कि इससे पहले कम्पोस्ट खाद के 2 भाग के पोस्ट पब्लिश हो चुके हैं जिनके नाम क्रमशः कम्पोस्ट खाद भाग 1: कम्पोस्ट खाद बनाने के साधन और कम्पोस्ट खाद बनाने का स्थान, कम्पोस्ट खाद भाग 2: कम्पोस्ट खाद बनाने की बंगलौर विधि हैं यह भाग पढ़ने से पहले आप इन भागों को जरूर पढ़ लें.

कम्पोस्ट खाद बनाने की नाडेप या आधुनिक विधि

कम्पोस्ट खाद बनाने की इस विधि में हम सभी चीजों के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल करेंगे इसलिए इस पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़ें.

कम्पोस्ट खाद बनाने के लिए जरूरी सामग्री

पौधों के अवशेष, कूड़ा करकट, स्टार्टर (प्रवर्तक) जैसे गोबर, स्लरी या गोबर व मूत्र से सनी मिट्टी द्रव, मूत्र से सनी हुई पुआल या बिछावन, पानी, आदि.

गड्ढे को 2.40 मीटर लम्बा, 1.80 मीटर चौड़ा और 1 मीटर गहरा खोदते हैं गड्ढे की तली में थोड़ा ढाल दे देते हैं जिससे नीचे की ओर अतिरिक्त पानी इकठ्ठा हो जाए.

कम्पोस्ट खाद बनाने के लिए गड्ढे को भरना

किसान मित्रों गढ्ढे को भरते समय नीचे 22.5 सेमी• मोटी परत कूड़ा करकट की उसके ऊपर 5 सेमी• की परत गोबर की रखते हुए इसी क्रम में लगभग 1.5 मीटर की ऊंचाई तक गड्ढा भर देते हैं इसमें गोबर प्रवर्तक या स्टार्टर का कार्य करता है गड्ढा भरने के बाद ऊपर से 15 सेमी• मिट्टी से ढक देते हैं गड्ढा भरने के लगभग 3 सप्ताह बाद पहली पलटाई और 6 सप्ताह बाद दूसरी पलटाई करनी चाहिए हर एक परत के बाद में पानी का समुचित छिड़काव करना चाहिए इसके बाद लगभग 4 से 5 महीने बाद कम्पोस्ट खाद तैयार हो जाती है.

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वर्षा ऋतु में नाडेप या आधुनिक विधि से कम्पोस्ट खाद बनाने की विधि

मित्रों बारिश के मौसम में कम्पोस्ट खाद को गड्ढों में नहीं बनाना चाहिए बल्कि भूमि की सतह से 90 सेमी• तक इसी प्रकार परत दर परत लगाते रहना चाहिए 2 सप्ताह बाद पहली और 4 सप्ताह बाद दूसरी पलटाई करके मिट्टी से ढककर छोड़ देना चाहिए और इस तरह लगभग 4 से 5 महीने बाद कम्पोस्ट खाद तैयार हो जाती है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगर गोबर उपलब्ध न हो तो पशु मूत्र से सना बिछावन आदि से इसी प्रकार 1.5 मीटर ऊंचाई तक भरना चाहिए और मिट्टी से ढक देना चाहिए इसमें नमी का विशेष ध्यान रखना चाहिए इसमें 3 सप्ताह बाद पहली पलटाई पर पानी छिड़ककर 50% तक नमी बनानी चाहिए दूसरी पलटाई 6 सप्ताह बाद करनी चाहिए.

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कम्पोस्ट खाद बनाते समय रखी जाने वाली सावधानियां

सदैव गड्ढा ऊंचे स्थानों पर होना चाहिए गड्ढा भरने में 15 सेमी• पत्तियां और 5 सेमी• गोबर की परत लगानी चाहिए इसके ऊपर 250 ग्राम अमोनियम सल्फेट का छिड़काव करना चाहिए और प्रत्येक परत के बाद पानी का समुचित छिड़काव करना चाहिए गड्ढे को 15 सेमी• मिट्टी से ढक देना चाहिए और पलटाई 3 व 6 सप्ताह बाद करनी चाहिए.

उम्मीद है आपको हमारे द्वारा दी गई कम्पोस्ट खाद भाग 3: कम्पोस्ट खाद बनाने की नाडेप या आधुनिक विधि की जानकारी पसन्द आई होगी. ऐसी ही और नई नई जानकारियां सबसे पहले पाने के लिए नीचे दी गई लाल रंग की घंटी को क्लिक करके सब्सक्राइब करें.

यह भी पढ़ें: कम्पोस्ट खाद भाग 1- कम्पोस्ट खाद बनाने के साधन और कम्पोस्ट खाद बनाने का स्थान

यह भी पढ़ें: कम्पोस्ट खाद भाग 2- कम्पोस्ट खाद बनाने की बंगलौर विधि

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