जानिएं बकरियों में प्रजनन व बकरी पालन से जुड़ी महत्वपूर्णं बातें।

बकरा 6 से 12 महीने में और बकरी 14 से 18 महीने में वयस्क हो जाती है। बकरियाँ प्रायः वर्ष में एक बार बच्चा देती हैं अधिकतर बकरियाँ अक्टूबर-नवंबर अथवा मई-जून में गाभिन होती हैं। गर्भकाल 142 से 150 दिन का होता है। इस प्रकार अक्टूबर में गाभिन हुयी बकरियाँ फरवरी में और मई में गाभिन हुए बकरियां सितंबर में ब्याती हैं।

बकरियों को भली प्रकार खिलाए पिलाए जाने पर वे वर्ष में दो बार भी बच्चे देती हैं। एक बार में एक से लेकर 4 बच्चे तक होते हैं। दूसरे तीसरे ब्याँत में बकरियों का दूध उत्पादन सबसे अधिक होता है। 7 वर्ष की आयु तक बकरियाँ पर्याप्त दूध देती रहती हैं, फिर दूध की मात्रा क्रमशः घटने लगती हैं। 12 वर्ष की आयु तक बकरियाँ जीवित रहती हैं। वर्ष भर में 1 वर्ष का एक बकरा 10 बकरियों को, 2 वर्ष का 25 को, 3 वर्ष का 50 को, 4 वर्ष बकरा 107 बकरियों को गाभिन कर सकता हैं। यदि बकरे को बकरियों के झुंड में चरने के लिए ना भेजा जाए तो वह 10 वर्ष तक प्रजनन कर सकता है, अन्यथा वह 3 से 4 वर्ष में बेकार हो जाता है।

प्रजनन के लिए बकरे का चुनाव ( Selection of he goats for breeding):-

प्रजनन के लिए बकरे का चुनाव करते समय निम्न बातों को ध्यान में रखना चाहिये-

  • बकरे में अपने नस्ल के सभी गुण विद्यमान होने चाहिए तथा बकरा स्वस्थ व पर्याप्त शक्ति वाला होना चाहिए।
  • बकरे की छाती उभरी हुयी, चौड़ी व भारी होनी चाहिए, आँतें लचीली होनी चाहिए।
  • बकरे का पिछला भाग अलग अलग होना चाहिए, आँतें लचीली होनी चाहिए।
  • शरीर लम्बा व भरा हुआ तथा टाँगों की हड्डियाँ मजबूत होनी चाहिए।
  • प्रजनन के उपयोग में लाने के समय बकरे की आयु एक वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए।

बकरियों के प्रजनन की प्रमुख बातें ( Main point for breeding of Goats) :-

  • वर्ष में एक ब्याँत लेना ठीक हैं क्योंकि इससे बच्चे स्वस्थ रहते हैं और दूध भी ज्यादा दिन तक मिलता हैं।
  • बकरियों का 14 से 18 माह की आयु में बकरे से मेल कराना अच्छा रहता हैं। बकरी की पहली ब्याँत लगभग दो वर्ष की आयु में होनी चाहिए।
  • मई जून के महिने में बकरी का प्रजनन कराना अच्छा रहता हैं।
  • तीन माह की आयु में नर व मादा बच्चों को अलग अलग कर देना चाहिए।
  • आमतौर पर प्रसव के 6-8 सप्ताह बाद बकरी गर्मी पर आती हैं। इसका यह काल ग्याभिन होने तक 18-21 दिन के अन्तर से आता रहता हैं।
  • गर्मियों में बकरी आमतौर पर 24 से 48 घण्टे तक गर्मी पर रहती हैं व सर्दियों में वह 18 से 26 घण्टे तक ही गर्म रह पाती हैं।
  • बकरी में गर्मी के लक्षण दिखायी देने के 10-15 घण्टे बाद उसका बकरे से मेल कराना अच्छा रहता हैं।
  • सामान्य प्रजनन काल में एक बार व बेमौसम प्रजनन के लिए दो बार मेल कराना अच्छा हैं।
  • बकरी का औसत गर्भकाल 151 दिन का होता हैं।
  • बकरी गर्मी पर है या नहीं, इसका पता लगाने के लिये बकरे को सुबह के समय बकरियों के झुण्ड में छोड़ देना चाहिए।

सामान्यतः बकरी की आयु 12 वर्ष होती हैं। वर्ष में एक ब्याँत लेने पर बकरी अगले ब्याँत तक दूध देती रहती हैं। पाँच से सात वर्ष की आयु तक में बकरी पूरी जवानी पर मानी जाती हैं। चौथे या पाँचवें ब्याँत में बकरी सबसे ज्यादा दूध देती हैं.

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2 thoughts on “जानिएं बकरियों में प्रजनन व बकरी पालन से जुड़ी महत्वपूर्णं बातें।”

    1. जी, आप अपने क्षेत्र के नजदीकी पशुपालन विभाग या कृषि विभाग से संपर्कं करें।

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