इस ब्लॉग पोस्ट में हम जानेंगे कि रॉक फास्फेट का गार्डेनिंग में किस प्रकार से उपयोग किया जाता है या किया जा सकता है या rock phosphate uses और इसके साथ ही यह भी जानेंगे कि रॉक फॉस्फेट के उपयोग क्या हैं व रॉक फॉस्फेट में एनपीके की मात्रा कितनी होती है तथा रॉक फॉस्फेट के उपयोग करने के क्या फायदे मिलते हैं।
रॉक फॉस्फेट बगीचे में गार्डेनिंग के लिए लंबे समय से उपयोग की जा रही एक खाद है इसे पौधों को स्वस्थ्य रखने और नए विकास के लिए उपयोग किया जाता है। रॉक फॉस्फेट पौधों की जड़ों को मजबूत बनाने, फलों के उत्पादन में वृद्धि करने और पौधों के स्वस्थ्य विकास के लिए आवश्यक है प्राकृतिक ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर रॉक फॉस्फेट के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे साथ अंत तक बने रहें।
रॉक फॉस्फेट प्राकृतिक ऑर्गेनिक उर्वरक है जो सभी प्रकार के फल, फूल, सब्जियों और जड़ी बूटी वाले पौधों के लिए जरूरी है रॉक फॉस्फेट के बारीक चूर्ण रूप को रॉक डस्ट कहा जाता है जो पौधों के लिए ट्रेस तत्व उपलब्ध कराने में सहायक होता है।
रॉक फॉस्फेट का उपयोग (rock phosphate uses):-
रॉक फॉस्फेट मिट्टी में फास्फोरस की कमी को पूरा करके पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों को प्रदान करने में मदद करता है यह चट्टानों से प्राप्त हुआ एक पोषक तत्व है जो ठोस अवस्था में पाया जाता है तथा मशीनीकरण द्वारा इसे गार्डन में पौधों में उपयोग करने के लिए किया जाता है इसका उपयोग दो तरीकों से किया जाता है।
रॉक डस्ट के रुप में:-
यह रॉक फॉस्फेट का पाउडर फॉर्म होता है।
लिक्विड फॉर्म में:-
रॉक डस्ट को पानी में मिलाकर तरल रूप या लिक्विड फॉर्म में कर लिया जाता है।
अगर आपके पौधे में ग्रोथ नहीं हो रही है या पौधों में फलों का उत्पादन नहीं हो रहा है तो आपको समझ जाना चाहिए कि पौधे में फास्फोरस युक्त खाद देने की अवश्यकता है जिसके लिए आप रॉक फॉस्फेट का उपयोग कर सकते हैं।
रॉक फॉस्फेट में एनपीके (NPK in rock phosphate):-
रॉक फॉस्फेट पाउडर में एनपीके अनुपात अर्थात नाइट्रोजन फास्फोरस और पोटेशियम का अनुपात सामान्यता 0-20-0 होता है।
फास्फोरस युक्त रॉक फॉस्फेट:-
रॉक फॉस्फेट, पौधों के लिए फास्फोरस के प्राकृतिक स्रोत के रुप में कार्य करता है यह पौधों की जड़ों को मजबूत बनाने, फलों के उत्पादन में वृद्धि करने और पौधों के स्वस्थ्य विकास के लिए जरूरी होता है फास्फोरस प्रकाश संश्लेषण में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
यह पोषक तत्व, पौधे लगे हुए गमले की मिट्टी में बीज अंकुरण प्रक्रिया से लेकर अनाज की परिपक्वता तक मौजूद होता है इसलिए प्रत्येक पौधे को तेजी से बड़ा करने, मजबूत जड़ों के लिए तथा पौधों में फलों की संख्या को बढ़ाने इत्यादि के लिए फास्फोरस की अवश्यकता होती है।
रॉक फॉस्फेट जैविक उर्वरक के फायदे (Advantages of Rock Phosphate Organic Fertilizer):-
रॉक फॉस्फेट में फास्फोरस की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बढ़ाता है तथा पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है। वनस्पति उद्यान में रॉक फॉस्फेट के उपयोग से पौधे मजबूत, कीट रहित व स्वस्थ्य होते हैं। रॉक फॉस्फेट स्वस्थ्य पेड़ और लान रूट सिस्टम के विकास को प्रोत्साहित करता है। रॉक फॉस्फेट पौधे की ग्रोथ बढ़ाने के साथ साथ इसमें फलों के उत्पादन बढ़ाने के लिए सबसे अच्छा उर्वरक माना जाता है.
यह भी पढ़ें: Best 5 Home Decor Lights in 2023
विशेष जानकारी:-
अगर आप कृषि से संबंधित सभी योजनाओं की जानकारी, कृषि खबरों की जानकारी और फसलों तथा गार्डेनिंग से संबंधित जरूरी जानकारी व्हाट्सएप पर पाना चाहते हैं तो स्क्रीन में नीचे सीधे तरफ व्हाट्सएप की बटन पर क्लिक करके व्हाट्सएप मैसेज भेजें और मैसेज में अपना नाम भेजें।
इस ब्लॉग पोस्ट में हमनें जाना कि रॉक फास्फेट का गार्डेनिंग में किस प्रकार से उपयोग किया जाता है या किया जा सकता है या rock phosphate uses और इसके साथ ही यह भी जाना कि रॉक फॉस्फेट के उपयोग क्या हैं व रॉक फॉस्फेट में एनपीके की मात्रा कितनी होती है तथा रॉक फॉस्फेट के उपयोग करने के क्या फायदे मिलते हैं।
तो किसान भाईयों कृषि और गार्डेनिंग से संबंधित सभी जानकारियां सबसे पाने के लिए लाल रंग की घंटी को क्लिक करके subscribe करें और वीडियो देखने के लिए यूट्यूब पर krishakjan को सब्सक्राइब करें। तथा आप हमें गूगल news पर भी फॉलो कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए नीचे दी गई व्हाट्सएप की बटन पर क्लिक करके सम्पर्क करें।
Intresting in agricultural information