msp मूल्य पर धान बेचने के लिए यह पूरी प्रक्रिया समझें। msp dhan price।

सभी किसान भाईयों के लिए एक बढ़िया खबर आ गई है जी हां msp मूल्य पर धान बेचने की अगर आप भी अपनी धान की फसल को msp मूल्य पर बेचना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा पढ़ें और पूरी प्रक्रिया जानें।
उत्तर प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य (msp) पर धान खरीद की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। ऐसे में अगर आप उत्तर प्रदेश में रहते हैं और सरकारी दर पर धान बेचना चाहते हैं तो उसके लिए सबसे पहले तो आपको उत्तर प्रदेश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट जाकर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को पूरा करना होगा।
रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया कुल 6 चरणों में है, यह वैसे तो बहुत आसान है, लेकिन आपको सावधानी भी बरतनी पड़ेगी। तो आइये रजिस्टेशन की पूरी प्रक्रिया सरल से सरल शब्दों में समझते हैं।

उत्तर प्रदेश प्रमुख धान उत्पादक राज्यों में से एक
आबादी के लिहाज से देश का सबसे बड़ा राज्य धान उत्पादन के मामले में भी देश का प्रमुख राज्य है। उत्तर प्रदेश सरकार की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में औसतन 59-60 लाख हेक्टेयर में धान की खेती होती है। साल 2020-21 में 59.41 लाख हेक्येटर में धान की खेती हुई थी, जबकि इससे पहले 2019-20 में 58.99 लाख हेक्टेयर में धान की खेती हुयी थी।

जरुरी दस्तावेज:-

रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू करने से पहले किसान भाई इन दस्तावेजों को अपने पास रख लें-

आधार कार्ड
खतौनी
बैंक का पहला पेज जिसमें खाता नंबर की सही जानकारी दी गई हो।
एक पासपोर्ट साइज की फोटो
पहचान पत्र

पंजीकरण की प्रक्रिया:-

रजिस्ट्रेशन के लिए किसान भाइयों को इस वेबसाइट पर जाना होगा
इसके बाद एक-एक करके पंजीकरण की प्रक्रिया को पूरी तरह से फॉलो करना होगा।
शुरू करने से पहले होम पेज पर दिये गए सभी दिशा-निर्देशों को ठीक से पढ़ लें।

पहला चरण:-

वेबसाइट पर सबसे ऊपर बाएं साइड का पहला टैब होगा। स्टेप-1 पंजीकरण प्रारूप। किसान भाई जैसे ही इस पर क्लिक करेंगे, रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुलकर आ जायेगा। इसका प्रिंट निकाल लें। इसमें किसान के बारे में पूरी जानकारी, तहसील, जमीन का रकबा आदि भरना होगा।

दूसरा चरण:-

इस चरण में रजिस्ट्रेशन प्रपत्र होगा। किसान भाई इसमें अपना आधार नंबर, मोबाइल नंबर आदि भरेंगे। किसानों की भूमि का विवरण भी भरना होगा। किसान का नाम हिंदी और अंग्रेजी में भरना होगा।

तीसरा चरण:-

तीसरा चरण है पंजीकरण ड्राफ्ट! इस चरण में आप अब तक भरी गयी सभी जानकारी को देख सकते हैं और इसे ड्राफ्ट में सेव या जमा भी कर सकते हैं।

चौथा चरण:-

इस चरण में आप अपने आवेदन में संशोधन कर सकते हैं। कोई गलती हो गयी हो तो उसमें सुधार भी कर सकते हैं।

पांचवां चरण:-

ये बहुत ही महत्वपूर्ण चरण है। इसमें आपको अपने रजिस्ट्रेशन को लॉक करना होगा। लॉक करने के बाद ही रजिस्ट्रेशन मान्य किया जायेगा।

छटा चरण:-

यह छठवां और आखिरी चरण है इस चरण में प्रिंटआउट निकालना होगा। प्रिंट निकालकर पंजीकरण संख्या नोट कर लें।

उत्तर प्रदेश प्रमुख धान उत्पादक राज्यों में से एक
आबादी के लिहाज से देश का सबसे बड़ा राज्य धान उत्पादन के मामले में भी देश का प्रमुख राज्य है। उत्तर प्रदेश सरकार की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में औसतन 59-60 लाख हेक्टेयर में धान की खेती होती है। साल 2020-21 में 59.41 लाख हेक्येटर में धान की खेती हुई थी, जबकि इससे पहले 2019-20 में 58.99 लाख हेक्टेयर में धान की खेती हुयी थी।

प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 1940 रुपए (सामान्य धान) और ए ग्रेड 1960 रुपए में खरीदा जाएगा। खरीद शुरू होने से पहले ही सरकार ने कहा है कि वे किसानों के हितों की रक्षा करेंगे और धान खरीद में रिकॉर्ड बनाएंगे।

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