इस पोस्ट में मिर्च की उन्नत किस्में, mirch ki unnat kisme की जानकारी दी गई है.
भारत में मुख्य रूप से तीन तरह की मिर्च का उपयोग किया जाता है सबसे पहले मिर्च होती है मसाले वाली किस्में और अचार वाली किस्में तथा सब्जी वाली किस्में. सब्जी वाली किस्मों को शिमला मिर्च मसाले वाली मिर्ची को हरी मिर्च कहते हैं.
भारत में सबसे ज्यादा मिर्च आंध्र प्रदेश में उगाई जाती है आंध्र प्रदेश अकेला ही पूरे भारत का 46% मिर्च उत्पादन करता है और इसके अलावा महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, बिहार, मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान में भी मिर्च का उत्पादन भारी मात्रा में किया जाता है.
मिर्च एक प्रकार की मसाले की किस्म है जिसका प्रयोग अधिक किया जाता है लेकिन इसके अलावा मिर्च को सलाद और अचार के रूप में भी प्रयोग किया जाता है और मिर्च की खेती करने वाले, इसकी खेती करके अच्छा मुनाफा भी कमाते हैं लेकिन मिर्च की खेती करने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाली उन्नत किस्म का होना बहुत ही जरूरी होता है तो अधिक मुनाफा देने वाली मिर्च की उन्नत किस्म कैसे ढूंढें?
अब आपको चिंता करने की कोई बात नहीं है क्योंकि आगे हमने हरी मिर्च की तीनों ही प्रकार की किस्मों के बारे में जानकारी दी है जो कि निम्न हैं.
मसाले वाली मिर्च की किस्में
यह मिर्ची अधिकतर पतली होती हैं जो अधिक चरपराहट रखती हैं और उनके चरपराहट का कारण एक एंजाइम होता है जिसे केपसाइसिन कहते हैं हरी मिर्च को अधिकतर मसाले के रूप में उपयोग में लाया जाता है इसकी निम्नलिखित किस्में हैं.
मसाले वाली मिर्च की उन्नत किस्मों में काशी अनमोल, आंध्र ज्योति, पूसा शेफाली, पूसा ज्वाला, एन पी 46A, HC 44, पंत सी 1, पंत सी 2, कल्याणपुर सुर्ख, कल्याणपुर चंचल, कल्याणपुर चमत्कार, कल्याणपुर चमन, कल्याणपुर मोहिनी, कल्याणपुर टाइप 1, कल्याणपुर टाइप 2, पूसा सदाबहार, अर्का गौरव, अपर्णा, अर्का बसंत, आदि किस्में आती हैं जिन्हें बोकर आप मिर्च की अच्छी उपज पा सकते हैं.
लेकिन अब आप इन सभी किस्मों को तो एक साथ बो नहीं सकते हैं इसलिए इस पोस्ट में आगे हम इन मिर्च की उन्नत किस्मों के बारे में विस्तार से कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां जानेंगे जिससे आप कोई एक अच्छी मिर्च की उन्नत किस्म की बुवाई करके अच्छा मुनाफा कमा सकें.
अचार वाली मिर्च की किस्में
अचार वाली मिर्च की किस्में, मसाले वाली मिर्च से कुछ मोटी होती हैं और औसत लंबाई वाली होती हैं. अचार वाली मिर्च की उन्नत किस्मों में कल्याणपुर कल्याण एक अच्छी किस्म मानी जाती है.
शिमला मिर्च की उन्नत किस्में
शिमला मिर्च देखने में मोटी होती है और यह कम चरपराहट रखती है इसको सब्जी में अधिकतर प्रयोग किया जाता है.
सब्जी वाली मिर्च की उन्नत किस्मों या शिमला मिर्च की उन्नत किस्मों में कैलिफोर्निया वंडर, यलो वंडर, बुलनोज, चाइनीज जायंट, अर्का गौरव, वर्ल्डबीटर, अर्का बसंत और CLXP 225 जैसी अच्छी किस्में आती हैं.
अब इन मिर्च की उन्नत किस्मों में से कुछ किस्मों के बारे में आगे विस्तार से जानकारी दी गई है.
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एन• पी• 46A
इस किस्म को आईएआरआई के द्वारा पूसा रेड और दिल्ली की लोकल किस्म के संयोग से तैयार किया गया है यह मिर्च की प्रजाति लंबी, आगे से मुड़ी हुई और पतली होती है इस किस्म को अन्य किस्मों की अपेक्षा उत्तम माना जाता रहा है क्योंकि इस प्रजाति में मिर्च बहुत लगती हैं और वो बहुत कड़वी भी होती हैं लेकिन इस किस्म में विषाणु रोग अधिक लगने की वजह से अब इसका एरिया कम हुआ है.
पूसा ज्वाला
इस किस्म को भी IARI, दिल्ली के द्वारा विकसित किया गया है इसका पौधा एन• पी• 46A किस्म की तरह ही होता है लेकिन उसकी मिर्च कुछ लंबी और पतली होती है इसमें एन• पी• 46A की अपेक्षा विषाणु रोग कम लगता है इसके पौधों पर मिर्च बहुत होती है.
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पूसा सदाबहार
इस किस्म को भी भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के द्वारा विकसित किया गया है इस किस्म को एक हेक्टेयर में बोने से लगभग 75 से 80 क्विंटल हरी मिर्च की पैदावार मिल जाती है.
आंध्र ज्योति
यह मिर्च की एक नई किस्म है इस प्रजाति की मिर्च छोटी, मोटी, तीखी और चमकदार होती हैं और इसके अलावा इसकी खासियत यह है कि इस किस्म में फली सड़न रोग भी नहीं लगता है.
कल्याणपुर टाइप 1
इस किस्म को कानपुर के सब्जी अनुसंधान केन्द्र के द्वारा विकसित किया गया था यह मिर्च लंबी, नारंगी रंग की और तीखी होती है.
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कल्याणपुर मोहिनी
इस प्रजाति की मिर्च कम लंबी और अधिक मोटी, चमकदार और लाल रंग की होती हैं इस किस्म की मिर्च मध्यम तीखी होती है.
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