मार्च में बोई जाने वाली फसलें। march me boi jane wali sabji

मार्च महीने में बोई जाने वाली सब्जियां। March mahine me boi jane wali sabjiya। मार्च में बोई जाने वाली सब्जियां। March me boi jane wali sabjiya। मार्च में कौन सी सब्जियां बोएं। March me kaun si sabjiya boye। march me konsi kheti kare

किसान भाइयों नमस्कार इस लेख में हम बात करेंगे कि मार्च में कौन सी सब्जियां बोएं या मार्च में बोई जाने वाली सब्जियां। और इसके साथ ही हम उन सब्जियों की जानकारी देंगे जो कि आने वाले मौसम की मार को झेल सकें जैसे कि गर्मी के दिनों में चलने वाली गर्म हवाओं को क्योंकि अधिकतर सब्जियां गर्मी में चलने वाली गर्म हवाओं की मार झेल नहीं पाती हैं। इसीलिए हम आपके लिए आज ऐसी सब्जियों की जानकारी लाए हैं जो कि मार्च महीने में बोने के लिए बढ़िया हैं।

इस ब्लॉग पोस्ट में बताई गई फसलों को हम एक समय में एक फसल न बोकर इंटरक्रोपिंग सिस्टम से फसलें बोएंगे। इंटरक्रोपिंग से तात्पर्य एक समय में 2 या 2 से ज्यादा फसलों को एक साथ बोना होता है। इस इंटरक्रोपिंग सिस्टम में हम फसलों का चुनाव ऐसे करते हैं जिससे एक फसल दूसरी फसल की सहायक बने। तो हमने आपकी सहूलियत के हिसाब से कुछ फसलों के ग्रुप बनाए हैं जिनके बारे में आगे जानकारी दी गई है।

टमाटर और खीरा (tamatar aur khira):-

ग्रुप A में हमने टमाटर और खीरा को रखा है आप टमाटर और खीरा को एक खेत में आसानी से इंटरक्रोपिंग खेती कर सकते हैं टमाटर और खीरा की सफल इंटरक्रोपिंग करने के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखना होगा। जैसे कि जब आप खेत की तैयारी कर चुके हों तब पंक्ति से पंक्ति की दूरी 4 फीट रखें। और खीरे की दो पंक्तियों के बीच एक पंक्ति टमाटर की रखनी चाहिए। क्योंकि 4 फीट की दूरी में खीरा और टमाटर के पौधे प्रकाश संश्लेषण की क्रिया बहुत ही आसानी से कर पाएंगे। और इस तरह से दो खीरों की पंक्तियों की दूरी और दो टमाटर की पंक्तियों की दूरी 8 फीट होगी। अब जब आप टमाटर की पौध रोपण करें तो पौधे से पौधे की दूरी 1.5 फीट लें और जब आप खीरे की पौध रोपण करें तो पौधे से पौधे की दूरी 1 फीट लें। अगर आप नर्सरी से पौधे खरीदकर पौधे लगाते हैं या आपकी नर्सरी तैयार है तो आप 1 मार्च को पौधरोपण कर सकते हैं। और यदि आपकी नर्सरी तैयार नहीं है तो आप मार्च महीने में भी नर्सरी लगा सकते हैं आप खीरे की बुवाई डायरेक्ट भी बीज लगाकर कर सकते हैं।

टमाटर और मूली (tamatar aur muli):-

टमाटर और मूली को भी हमने ग्रुप A में ही रखा है

आप मूली की बुआई दो जगह पर कर सकते हैं पहला मेड़ की निचली सतह पर और दूसरा टमाटर के दो पौधों के बीच खाली पड़ी जगह पर। अब आइए जानते हैं कि इन फसलों के लिए कौन से बीज उचित रहेंगे तो मूली के लिए Mahyco Mahy 22 के बीज और टमाटर के लिए आप Seminis Abhilash के बीज ले सकते हैं।

मिर्च और बैंगन (mirch aur baingan):-

मिर्च और बैंगन को हमनें ग्रुप B में रखा है मिर्च और बैंगन की आप सफल इंटरक्रोपिंग कर सकते हैं जिसमें मिर्च मुख्य फसल रहेगी और बैंगन सहायक फसल रहेगी मिर्च और बैंगन की सफल इंटरक्रोपिंग के लिए मिर्च की दो पंक्तियों के बीच खाली पड़ी जगह पर एक पंक्ति बैंगन की ले लें। जिसमें से बैंगन की पौधे से पौधे की दूरी 4 फीट ले लें वैसे आमतौर पर बैंगन के पौधे से पौधे की दूरी 2 फीट लेते हैं लेकिन अगर आप सफल इंटरक्रोपिंग करना चाहते हैं तो पौधे से पौधे की दूरी 4 फीट ही लें। बैंगन और मिर्च में समान ही पोशक तत्व लगते हैं और दोनो ही फसलों में एक समान कीट और रोग लगते हैं इसलिए स्प्रे करने और खाद आदि का शेड्यूल बराबर रहेगा इस प्रकार आप मिर्च और बैंगन की सफल इंटरक्रोपिंग कर सकते हैं। और इन दोनों फसलों की इंटरक्रोपिंग करने से आपको यह फायदा और होगा कि आपकी बैंगन की फसल में फल छेदक कीट का आक्रमण बहुत कम देखने को मिलेगा इसका कारण यह है कि फल छेदक कीट फूल की खुशबू से आकर्षित होते हैं लेकिन मिर्च की खुशबू से भाग जायेंगे और इस तरह से बैंगन पर आक्रमण नहीं कर पाएंगे।

गिलखी, तोरई, करेला, पालक (gilkhi, torai, karela, palak):-

अब हमनें ग्रुप C में गिलखी, तोरई, करेला और पालक को रखा है। आप इन सभी फसलों की बुआई मार्च महीने में कर सकते हैं चूंकि यह सभी बेल वर्गीय फसलें हैं इसलिए आप इनकी बुआई मचान विधि से कर सकते हैं। जिसमें मेड़ से मेड़ की दूरी 4 फीट और होल से होल (छेद) की दूरी 1 से 1.5 फीट ले सकते हैं और मेड़ों के बीच खाली पड़ी जगह पर आप पालक की बुवाई कर सकते हैं क्योंकि जब तक आपकी पालक की हार्वेस्टिंग आती है तब तक आपकी बेलें फैलने लगती हैं लगभग 40 से 45 दिनों में आप पालक को जड़ सहित उखाड़कर हार्वेस्टिंग करें इसके कारण आपकी खाली पड़ी जगह का फायदा मिलेगा और आपका निकाई गुड़ाई का खर्चा भी बच जाएगा ‘तो हुआ न एक काम से दोहरा लाभ’।

मेथी और ककड़ी (methi aur kakdi):-

हमने मेथी और ककड़ी को ग्रुप D में रखा है। आप इन दोनों फसलों की बुआई मार्च महीने में कर सकते हैं इसके लिए आप खेत में 4 फीट चौड़ी क्यारी बनाएं और उसके बगल में 1 से 1.5 फीट चौड़ी क्यारी बनाएं। जिसमें से 1 से 1.5 फीट चौड़ी क्यारी में आप ककड़ी के बीजों की बुवाई करें और 4 फीट चौड़ी क्यारी में आप मेथी के बीजों की बुवाई करें। बीज बुवाई से पहले आप बीज का उपचार जरूर कर लें जब आप ककड़ी की बुवाई करें तो इसे ZIGZAG तरीके से करें क्योंकि जब तक ककड़ी की बेलें फैलेंगी तब तक मेथी की हार्वेस्टिंग हो जायेगी तो इस प्रकार से हम ककड़ी में आने वाली लागत को मेथी से निकाल सकते हैं।

लौकी, ग्ग्वारफली, तरबूज और खरबूजा (lauki, gwarfali, tarbuj aur kharbuja):-

हमनें लौकी, ग्वारफली, तरबूज और खरबूजा को ग्रुप E में रखा है। और हम इस ग्रुप में किसी भी फसल को इंटरक्रोपिंग में उपयोग नहीं करेंगे सभी फसलों को अलग अलग बोना है। आप 1 मार्च को लौकी, ग्वारफली की बुवाई कर दें। और 15 मार्च को तरबूज और खरबूजा की बुवाई कर दें। तरबूज और खरबूजा का गर्मी के मौसम में भाव बहुत बढ़िया रहता है और इन फसलों के लिए यह मौसम भी बहुत अनुकूलित रहता है।

किसान भाईयों तो इस ब्लॉग पोस्ट में हमनें जाना कि मार्च में किन फसलों की बुवाई करना फायदेमंद होता है और हमनें उनको इंटरक्रोपिंग से बुवाई करने के बारे में भी जाना और हमने जाना मार्च महीने में बोई जाने वाली सब्जियां March mahine me boi jane wali sabjiya मार्च में बोई जाने वाली सब्जियां March me boi jane wali sabjiya मार्च में कौन सी सब्जियां बोएं March me kaun si sabjiya boye march me konsi kheti kare।

तो किसान भाईयों कृषि से संबंधित सभी जानकारियां पाने के लिए लाल रंग की घंटी को क्लिक करके subscribe करें और वीडियो देखने के लिए यूट्यूब पर krishakjan को सब्सक्राइब करें।

1 thought on “मार्च में बोई जाने वाली फसलें। march me boi jane wali sabji”

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Open chat
1
हैलो
हैलो