कंपोस्ट खाद भाग 1 में हम कंपोस्ट खाद बनाने के साधन और कंपोस्ट खाद बनाने के स्थान के बारे में जानेंगे. इस पहले भाग में हम इन दी गई चीजों पर विस्तार से जानकारी हासिल करेंगे इसलिए इस पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़ें.
किसान मित्रों घास – पत्ते, मल – मूत्र इत्यादि वस्तुओं को सड़ाकर खाद बनाने के ढंग को कम्पोस्टिंग कहते हैं और इस तरह तैयार हुआ खाद कंपोस्ट खाद कहलाता है. हम सब जानते ही हैं कि गोबर की खाद एक निश्चित मात्रा में ही मिल सकती है क्योंकि गोबर एक निश्चित मात्रा में ही खाद बनाने के लिए उपलब्ध हो सकता है अतः इस बात की जरूरत हुई कि गोबर की खाद के समान ही गुणकारी खाद किसी अन्य उपाय से तैयार की जाए.
कृषि विभाग ने कड़ी मेहनत के बाद कंपोस्ट खाद तैयार करने की विधियां मिलीं आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कंपोस्ट खाद मुख्य रूप से दो तरह की होती है फार्म कंपोस्ट और अर्बन या टाउन कंपोस्ट. जो कंपोस्ट फार्म पर उपलब्ध घास, फूस आदि वानस्पतिक वस्तुओं को सड़ाकर तैयार की जाती है उसे फार्म कंपोस्ट कहते हैं और जो खाद शहरी या कस्बों से उपलब्ध कूड़ा, करकट, मल मूत्र आदि से बनाई जाती है उसे टाउन कंपोस्ट कहते हैं सबसे जरूरी बात यह है कि अर्बन या टाउन कंपोस्ट फार्म कंपोस्ट की तुलना में ज्यादा अच्छी होती है.
कंपोस्ट खाद बनाने के साधन
कंपोस्ट खाद तैयार करने में जिन चीजों को प्रयोग में लाया जाता है उनके नाम आगे दिए गए हैं.
- घास, पत्ते, खरपतवार
- बगीचे की सूखी पत्तियां, गन्ने की पत्तियां
- पुराने छप्पर
- घरों के रोज का कूड़ा करकट, राख
- पौधों के डंठल, जड़ें
- तालाब या झीलों की काली मिट्टी
- जल कुंभी
- पशुओं का गोबर और मूत्र
- घर की मिट्टी, पशुओं का बचा हुआ चारा
- परनाले का पानी
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ऊपर दी गई वस्तुएं ऐसी हैं जिन्हें किसान मित्र बिना ज्यादा कठिनाई के आसानी से इकट्ठा कर सकते हैं दी गई इन चीजों में गोबर, मूत्र या मूत्र युक्त मिट्टी खाद के लिए बहुत मूल्यवान वस्तुएं हैं.
कंपोस्ट खाद बनाने का स्थान
किसान मित्रों गर्मी और जाड़े के दिनों में गड्ढे के अंदर वर्षा के मौसम में भूमि के ऊपर ही किसी स्थान पर जहां पानी न रुकता हो ऐसी जगह कंपोस्ट खाद बनानी चाहिए अगर गड्ढे पशुशाला के पास होते हैं तो इन गड्ढों में कूड़ा करकट डालने में आसानी रहती है अगर ऐसी भूमि की सुविधा न हो सके तो अपनी सुविधा के अनुसार किसी अन्य जगह पर यह काम करना चाहिए हर एक किसान के पास कम से कम तीन गढ्ढे होने ही चाहिए क्योंकि जब तक तीसरा गड्ढा भरेगा तब तक पहले गढ्ढे में कंपोस्ट खाद तैयार हो जायेगी.
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निष्कर्ष (Conclusion)
किसान मित्रों इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि हम किसी भी सड़ी गली हुई जैविक वस्तु से कंपोस्ट खाद तैयार कर सकते हैं और उम्मीद है कि कंपोस्ट खाद भाग 1 में कंपोस्ट खाद बनाने के साधन और कंपोस्ट खाद बनाने के स्थान के बारे में हमनें विस्तार से जानकारी हासिल की अगर आप ऐसे ही नई नई जानकारियां सबसे पहले पाना चाहते हैं और इस कम्पोस्ट खाद बनाने के तरीके के अगले भागों को पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दी हुई लाल रंग की घंटी को क्लिक करके सब्सक्राइब करें ताकि आपके पास सबसे पहले नोटिफिकेशन पहुंच सके.
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