मित्रों क्या आप गेहूं से अधिक पैदावार लेना चाहते हैं तो खुश हो जाइए क्योंकि अब हम लाए हैं गेहूं की अधिक पैदावार दिलाने वाली टॉप 5 किस्में.
गेहूं की 5 उन्नत किस्मों में PBW 502, PBW 550, WH 711, WH 1021 और PBW 343 किस्में शामिल हैं.
दी गई गेहूं की इन किस्मों के बारे में पूरी जानकारी, आगे दी गई है.
PBW 502
गेहूं की इस किस्म को नवम्बर में बोया जाता है और यह करीब 130 से 135 दिनों में पककर तैयार हो जाती है तथा इसकी कुल उपज 65 से 70 क्विंटल प्रति हेक्टेयर देखी गई है.
अगर इसकी पहचान की बात करें तो इसके बालियों में बाल सफेद, कल्ले अधिक होते हैं और यह दाना सफेद रस्ट रोधी किस्म है इस किस्म को अधिकतर उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में बोया जाता है.
PBW 550
गेहूं की यह किस्म भी समय से नवंबर में ही बो दी जाती है और यह भी करीब 130 से 135 दिनों में पककर तैयार हो जाती है और इसकी कुल उपज करीब 60 से 65 क्विंटल तक देखी गई है.
और यह किस्म पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा के साथ राजस्थान में भी उगाई जाती है.
WH 711
गेहूं की यह किस्म नवंबर के साथ दिसंबर में भी बोई जा सकती है यह किस्म लगभग 130 से 135 दिनों में पककर तैयार हो जाती है और इसकी उपज भी करीब 60 से 65 क्विंटल प्रति हेक्टेयर के हिसाब से देखने को मिल जाती है.
अगर इसके दानों की बात करें तो वो मोटे और गेरुई रोग के प्रतिरोधी होते हैं लेकिन इसको रोटी के उपयोग में कम ही लाया जाता है क्योंकि इसकी रोटी कम स्वादिष्ट होती है.
WH 1021
यह गेहूं की किस्म खासतौर पर एक गेंहू की पछेती किस्म है जिसे दिसंबर में बोया जाता है यह किस्म करीब 125 से 130 दिनों में पककर तैयार हो जाती है और इसकी उपज करीब 50 से 55 क्विंटल प्रति हेक्टेयर देखने को मिल जाती है.
गेहूं की इस किस्म में कम सिंचाई की आवश्यकता होती है.
PBW 343
इस गेहूं की किस्म को पककर तैयार होने में करीब 130 से 140 दिनों का समय लगता है और इसे 15 नवंबर से 30 नवंबर के बीच बोना उचित माना जाता है और इस किस्म की उपज करीब 55 से 60 क्विंटल प्रति हेक्टेयर के हिसाब से हो जाती है.
इसकी पहचान करने का सबसे आसान तरीका यह है कि, इसके पौधों की लंबाई करीब 100 से 110 सेंटीमीटर होती है और इसकी बालियां लंबी होती हैं और रस्ट रोग की प्रतिरोधी भी होती हैं.
यह भी पढ़ें: फूलगोभी की 5 उन्नत किस्में। BEST 5 CAULIFLOWER VARIETIES
मित्रों उम्मीद है आपको हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी पसंद आई होगी ऐसे ही कृषि से संबंधित सभी जानकारियों के लिए हमसे व्हाट्सएप पर जुड़ें और हमारे YouTube Channel को भी सब्सक्राइब करें.