आप जानते ही होंगे कि फसलों का अच्छा उत्पादन इस बात पर निर्भर करता है कि उस फसल की किस्में कितनी अच्छी हैं और यही बात फूलगोभी पर भी लागू होती है अगर आप फूलगोभी की खेती करने की सोच रहे हैं और उससे अच्छी कमाई करना चाहते हैं तो आपको यह बात ज़रूर ध्यान में रखनी चाहिए कि फूलगोभी की उन्नत किस्में ही बोएं तो आज के इस लेख में हम फूलगोभी की उन्नत किस्में जानेंगे इसलिए इस पोस्ट को आखिर तक जरुर पढ़ें और अपने किसान मित्रों से भी इस पोस्ट को साझा करें.
किसान मित्रों इस पोस्ट में हम फूलगोभी की अगेती, मुख्य और पछेती बोई जाने वाली उन्नत किस्मों की बात करेंगे.
फूलगोभी की अगेती उन्नत किस्में
फूलगोभी की अगेती उन्नत किस्मों में कुंवारी, 234 एस, पूसा कार्तिकी, पूसा दीपाली, 75-1C और पंतगोभी 4 जैसी मुख्य किस्में हैं इसके अलावा हेमंतिका, भारत ज्योति, अर्ली व्हाइट क्वीन, भारत मुकुट और अर्ली बनारस जैसी कुछ फूलगोभी की नई उन्नत किस्में भी हैं आगे हम कुछ किस्मों के बारे में विस्तार से जानकारी साझा करेंगे.
कुंवारी
कुंवारी फूलगोभी की बहुत अगेती किस्मों में शामिल है इसके बीजों को आप मध्य मई से मध्य जून तक आसानी से बो सकते हैं और इनके फूल आपको सितंबर में मिलने लगते हैं कुंवारी बीज के पौधे को रोपने के लगभग 80 दिनों के बाद इसके फूल खाने योग्य हो जाते हैं.
पूसा कार्तिकी
पूसा कार्तिकी एक फूलगोभी की अगेती किस्म है इसके बीजों को आप मध्य जून से मध्य जुलाई तक आसानी से बो सकते हैं और इसके फूलों को आप अक्टूबर नवम्बर में पा सकते हैं पूसा कार्तिकी के पौध से फूल बनने में लगभग 110 से 120 दिनों का समय लग जाता है.
फूलगोभी की मुख्य उन्नत किस्में
फूलगोभी की मुख्य उन्नत किस्मों में पूसा अगहनी, पंत शुभ्रा, जापानी इंप्रूव्ड, हिसार 1, ज्वाइंट स्नोबाल, पूसा सिंथेटिक आदि किस्में आती हैं और इसके साथ ही साथ डायमंड एक्सप्रेस, कृषि कल्यानी और मुकुट मोनी आदि नई फूलगोभी की मुख्य उन्नत किस्में भी आती हैं आगे कुछ किस्मों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है.
पूसा अगहनी
पूसा अगहनी के बीज की बुवाई जुलाई के अंतिम सप्ताह से मध्य अगस्त तक की जाती है इसके फूल बड़े, सफेद और बहुत ठोस होते हैं इसके फूल नवंबर दिसम्बर तक आ जाते हैं और इस किस्म के पौधे में फूल बनने में लगभग 130 दिनों का समय लग जाता है.
जापानी इंप्रूव्ड
जापानी इंप्रूव्ड को 1 अगस्त से 15 अगस्त तक बोया जाता है इस किस्म का पौधा अन्य फूलगोभी के पौधों से बहुत छोटा होता है और इसके फूल ठोस तो होते हैं पर इसके अलावा मध्यम आकार के व पीले रंग के होते हैं इस किस्म के पौधे में फूल बनने में करीब 100 से 110 दिनों का समय लग जाता है.
फूलगोभी की पछेती उन्नत किस्में
फूलगोभी की पछेती उन्नत किस्मों में स्नोबाल 16, पूसा स्नोबाल 1 और पूसा स्नोबाल 2 जैसी किस्में आती हैं इसके अलावा पूसा हाइब्रिड 2, पूसा हाइब्रिड 5, पूसा हिम ज्योति, पूसा शरद, भारत रत्न, सुपर स्नोबाल और सिल्वर किंग आदि जैसी फूलगोभी की नई पछेती उन्नत किस्में भी आती हैं जिनमें से कुछ के बारे में आगे विस्तार से जानकारी दी गई है.
स्नोबाल 16
यह एक फुलगोभी की पछेती किस्म है इस किस्म के बीजों को सितंबर के अंतिम सप्ताह से 15 अक्टूबर तक बोया जाता है इसके फूल औसत आकार के, ठोस होते हैं इसके साथ ही इसके फूल काफी सफेद भी होते हैं इसके फूल पौधों की रोपाई के करीब 90 दिनों बाद खाने योग्य हो जाते हैं.
पूसा स्नोबाल
पूसा स्नोबाल भी पछेती किस्मों में से एक है इस किस्म को भी सितंबर के अंतिम सप्ताह से 15 अक्टूबर तक बोया जा सकता है इसके फूल ठोस, औसत आकार के और रंग में सफेद होते हैं इस किस्म के पौध लगने के करीब 105 से 130 दिनों बाद फूल खाने योग्य हो जाते हैं.
इस पोस्ट या लेख में हमनें फूलगोभी की उन्नत किस्मों के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल की जिसमें हमनें अगेती किस्मों, मुख्य किस्मों और पछेती किस्मों के बारे में भी बात की. उम्मीद है इस पोस्ट को आप अपने अन्य किसान मित्रों से भी शेयर करेंगे और ऐसी ही और पोस्ट सबसे पहले पढ़ने के लिए लाल रंग की घंटी को क्लिक करके सब्सक्राइब करें.
यह भी पढ़ें: फूलगोभी में लगने वाले रोग और उनकी रोकथाम