पत्तागोभी की उन्नत किस्में (Patta Gobhi Ki Unnat Kisme), पातगोभी की उन्नत किस्में (Paat Gobhi Ki Unnat Kisme) आदि की जानकारी.
किसान मित्रों आप यह जानते ही हैं कि पत्तागोभी की खेती करके उससे कितना लाभ कमाया जा सकता है लेकिन अधिकतर पातगोभी की हमनें कौन सी किस्म बोई है इस पर हमारी उपज निर्भर होती है और उपज के ऊपर ही हमारा मुनाफा निर्भर होता है अगर हम पातगोभी या पत्तागोभी की अच्छी किस्म नहीं बोते हैं तो इससे हमारी उपज प्रभावित होती है जिसके कारण हम कम मुनाफा बना पाते हैं तो आइए आज हम कुछ पातगोभी या पत्तागोभी की किस्मों की बात करेंगे और उनमें से कुछ किस्मों के बारे में हम विस्तार से भी जानेंगे इसलिए इस पोस्ट को अंत तक पढ़ना बहुत जरुरी है.
पातगोभी या पत्तागोभी की हम अगेती, पछेती और संकर किस्मों की बात करेंगे तो अगेती किस्मों में पूसा मुक्ता, प्राइड ऑफ इंडिया, गोल्डन एकर, अर्ली ड्रम हैड तथा कोपनहैगन मार्केट जैसी किस्में आती हैं और पछेती किस्मों में लेट ड्रम हैड, पूसा ड्रम हैड, पछेती के 1 तथा रेड कैबेज जैसी किस्में आती हैं और ग्रीन एक्सप्रेस, बीजो शीतल 32, श्री गणेशगोल तथा नाथ लक्ष्मी 401 जैसी किस्में पातगोभी की संकर किस्मों में आती हैं अब आगे हम इन्हीं में से कुछ किस्मों के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल करेंगे ताकि आपको अच्छी किस्म चुनने में आसानी रहे इसलिए पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़ें.
पातगोभी या पत्तागोभी की अगेती किस्में
पूसा मुक्ता
यह पातगोभी की अगेती उन्नत किस्मों में से एक है यह 70 से 75 दिनों में तैयार हो जाती है और इसके फूल गोल तथा मध्यम आकार के ठोस होते हैं.
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प्राइड ऑफ इंडिया
इस किस्म के फूल भी गोल और मध्यम आकार के ठोस होते हैं यह किस्म 60 से 70 दिन में ही तैयार हो जाती है इसके बीज आप सितंबर महीने में बो सकते हैं.
गोल्डन एकर
इसका फूल भी गोल और मध्यम आकार का होता है इसके साथ ही इसका फूल काफी ठोस भी होता है इसके फूल के चारों ओर प्याले के आकार की कुछ पत्तियां होती हैं इसको आप 15 अगस्त से सितम्बर तक आसानी से बो सकते हैं.
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पातगोभी या पत्तागोभी की पछेती किस्में
लेट ड्रम हैड
यह किस्म पातगोभी की पछेती किस्मों में से एक है इसका फूल कुछ कुछ चपटा, ठोस और बड़े आकार का होता है इसके फूल का रंग हल्का हरा होता है इस किस्म के बीज की बुवाई अक्टूबर से नवंबर तक करते हैं इसके पौधे छोटे तने वाले होते हैं और यह किस्म लगभग 110 दिनों में तैयार हो जाती है.
पूसा ड्रम हैड
यह किस्म भी पातगोभी या पत्तागोभी की पछेती किस्मों में बहुत प्रसिद्ध किस्म है यह लगभग 150 दिनों में तैयार होती है और जबकि पहाड़ी इलाकों में यह लगभग 110 दिनों में ही तैयार हो जाती है इसके तने भी छोटे होते हैं और फूल चपठे और ठोस होते हैं इसको आप अक्टूबर से नवंबर तक आसानी से बो सकते हैं.
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पछेती के 1
यह पातगोभी की नई पछेती उन्नत किस्मों में से एक है इस किस्म की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसके फूल के गूदे का रंग बर्फ के समान सफेद होता है और इसमें एक सबसे खतरनाक रोग काला सड़न रोग नहीं लगता है.
किसान मित्रों अगर आप इस पोस्ट को यहां तक पढ़ते हुए आए हैं तो आपको हम एक जरूरी जानकारी बिल्कुल फ्री में दे रहे हैं वो यह है कि सभी किस्में अलग अलग क्षेत्रों के लिए होती हैं तो अगर आप पातगोभी की खेती करने की सोच रहे हैं तो आप अपने क्षेत्र के हिसाब से ही किस्म का चुनाव करें अगर उपलब्ध हो सके तो किसी कृषि विशेषज्ञ की सलाह ज़रूर लें.
इस पोस्ट में हमनें पत्तागोभी की उन्नत किस्में Patta (Gobhi Ki Unnat Kisme), पातगोभी की उन्नत किस्में (Paat Gobhi Ki Unnat Kisme) आदि की जानकारी आदि की जानकारी विस्तार से हासिल की अगर आप कृषि से संबंधित किसी भी प्रकार की कोई जानकारी सबसे पहले पाना चाहते हैं तो नीचे दी गई लाल रंग की घंटी को क्लिक करके सब्सक्राइब करें और अपने किसान मित्रों के साथ इस पोस्ट को ज़रूर शेयर या साझा करें.
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