भारत की अर्थव्यवस्था में डेयरी उद्योग का विशेष योगदान है। भारतीय किसानों को उनकी मेहनत और समर्पण के लिए सम्मानित करने की दिशा में राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार 2024 एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पुरस्कार न केवल किसानों को प्रेरित करता है बल्कि देशी नस्लों की दुग्ध उत्पादन क्षमता को बढ़ाने में भी सहायक सिद्ध होता है।
पुरस्कार का उद्देश्य
राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार का उद्देश्य तीन मुख्य बिंदुओं पर केंद्रित है
- देशी नस्लों की दुग्ध उत्पादन क्षमता बढ़ाना: वैज्ञानिक तरीकों से देशी गाय और भैंस नस्लों की दुग्ध उत्पादन क्षमता को बढ़ावा देना।
- सहकारी समितियों और दूध उत्पादक कंपनियों का समर्थन: प्रतिस्पर्धी भावना को प्रोत्साहित करते हुए सहकारी समितियों और दूध उत्पादक कंपनियों का विकास करना।
- कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियनों को प्रेरित करना: 100% एआई कवरेज प्राप्त करने के लिए तकनीशियनों को प्रेरित करना।
पुरस्कार की श्रेणियाँ
राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार तीन मुख्य श्रेणियों में विभाजित है:
- सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान: जो देशी गाय या भैंस नस्लों को पालते हैं।
- सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति/दूध उत्पादक कंपनी/डेयरी किसान उत्पादक संगठन: जो गांव स्तर पर डेयरी गतिविधियों में संलग्न हैं।
- सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (AIT): जिन्होंने न्यूनतम 90 दिनों का एआई प्रशिक्षण प्राप्त किया हो।
पुरस्कार संरचना
प्रत्येक श्रेणी में विजेताओं को नकद पुरस्कार और सम्मानित किया जाएगा:
- प्रथम स्थान: रु 5,00,000/-
- द्वितीय स्थान: रु 3,00,000/-
- तृतीय स्थान: रु 2,00,000/-
- पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए विशेष पुरस्कार: रु 2,00,000/-
Note: कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन श्रेणी में नकद पुरस्कार नहीं दिया जाएगा, केवल प्रमाणपत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किए जाएंगे।
आवेदन प्रक्रिया
पुरस्कार के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है, जिससे पारदर्शिता सुनिश्चित होती है.
आवेदन पोर्टल
https://awards.gov.in या https://awards.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।
आवश्यक दस्तावेज़
आधार कार्ड, पंजीकरण प्रमाणपत्र, पैन कार्ड, और बैंक पासबुक की प्रतियां अपलोड करनी होंगी।
चयन प्रक्रिया
प्रारंभिक जांच: प्राप्त आवेदनों की गुणवत्ता परिषद या किसी अन्य एजेंसी द्वारा प्रारंभिक जांच की जाएगी।
क्षेत्रीय जांच: चयनित आवेदनों की क्षेत्रीय जांच एनडीडीबी या अन्य एजेंसी द्वारा की जाएगी।
अंतिम चयन: राष्ट्रीय पुरस्कार समिति द्वारा किया जाएगा।
पुरस्कार वितरण
पुरस्कार वितरण समारोह राष्ट्रीय दूध दिवस, 26 नवंबर 2024 को आयोजित किया जाएगा। यह दिन विशेष रूप से उन किसानों के लिए समर्पित होगा जो भारतीय डेयरी उद्योग में अपने योगदान के लिए सम्मानित किए जाएंगे।
निष्कर्ष
राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार 2024 भारतीय किसानों के लिए एक प्रेरणादायक पहल है। यह न केवल उन्हें सम्मानित करता है बल्कि देशी नस्लों की दुग्ध उत्पादन क्षमता को भी बढ़ावा देता है। यह पुरस्कार किसानों, सहकारी समितियों और तकनीशियनों को उनकी मेहनत और समर्पण के लिए सम्मानित करने का एक महत्वपूर्ण मंच है। अधिक जानकारी के लिए https://dahd.nic.in या https://awards.gov.in पर जाएं।
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