अमृत महल नस्ल की शुद्ध गाय को तमिलनाडु राज्य के दक्षिणी भाग में अधिक पाया जाता है इस नस्ल के पशु कुछ राजकीय फॉर्म पर भी पाए जाते हैं जो आगे दिए गए हैं
- पशु प्रजनन फार्म, आजमपुर, कर्नाटक
- कंपोजिट पशुधन फार्म, हैसरघाटा, बैंगलोर
आइए इस नस्ल के पशुओं के बारे में और जानकारी हासिल करते हैं.
अमृत महल गाय की पहचान
इस नस्ल के पशुओं की पहचान करने के लिए हम अमृत महल गाय के रंग, इनके आकार और लक्षण इनकी शारीरिक माप को देख सकते हैं.
अमृत महल गाय का रंग
इनका शरीर स्लेटी रंग का, गठीला होता है और इनकी पीठ भी सीधी छोटी होती है वहीं इनके कान सुंदर और छोटी छोटी लाल आंखें भी होती हैं.
अमृत महल पशुओं के लक्षण
अमृत महल गाय की पशलियां अच्छी, शक्तिशाली और मेहराबदार होती हैं और इनका चेहरा पतला और माथा उभरा हुआ जो कि बीच में कुछ धंसा हुआ होता है और साथ ही इनके लंबे लंबे और विशेष तरह के सींग होते हैं जो माथे के ऊपरी भाग से निकल कर गर्दन के दोनों ओर पीछे की ओर मुड़ने के बाद फिर सीधे होकर ऊपर की ओर उठ जाते हैं और उनके शिरे नुकीले होते हैं वहीं इनका मुतान बहुत छोटा होता है और इनकी त्वचा खिंची हुई होती है.
अमृत महल पहुओं की शारीरिक माप
अमृत महल गायों की औसतन ऊंचाई करीब 125 सेमी, लंबाई 130 सेमी, परिधि 168 सेमी और वहीं इनका औसत वजन 310 किलोग्राम तक होता है वहीं अगर बात करें इस नस्ल के सांडों की तो उनकी औसत ऊंचाई 130 सेमी, लंबाई 145 सेमी, परिधि 183 सेमी और वजन लगभग 460 किलो होता है.
अमृत महल पशुओं की उपयोगिता
अमृत महल पशुओं को मुख्य रूप से कार्य करवाने के लिए रखा जाता है क्योंकि यह गाय की नस्ल भारवाही नस्ल के अंतर्गत आती है ये पशु छोटे होते हैं लेकिन कार्य क्षमता में बहुत माहिर होते हैं.
यह भी पढ़ें: कांकरेज गाय की पहचान, लक्षण और उपयोगिता| KANKREJ KI PAHCHAN, UPYOGITA, PRICE, DOODH
अमृत महल गाय का दूध
इस नस्ल की गाय अधिक दूध नहीं देती हैं इस नस्ल की गाय एक दिन में औसतन 2 से 3 लीटर दूध ही एक दिन में दे पाती हैं.
हमसे सीधे तौर पर जुड़ने के लिए हमसे व्हाट्सएप पर जुड़ें और खेती से संबंधित सभी जानकारियों को देखने के लिए हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब करें.