12 जुलाई 2024: भारत में आज का मौसम। AAJ KA MAUSAM KAISA RAHEGA

12 जुलाई 2024: भारत में आज का मौसम। AAJ KA MAUSAM KAISA RAHEGA

भारत में मौसम विशेष रूप से कृषि के लिए महत्वपूर्ण होता है। खासकर बारिश के समय पर उसका प्रभाव बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह न केवल फसलों के लिए पोषण प्रदान करता है बल्कि किसानों के जीवन की आधारभूत जरूरतों को भी पूरा करता है। इसलिए, आज हम 12 जुलाई के मौसम का पूर्वानुमान करेंगे और उसके साथ ही कृषि के लिए उचित सावधानियां भी बताएंगे।

12 जुलाई के मौसम का पूर्वानुमान

हल्की बारिश की संभावना

केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, और कर्नाटक में हल्की बारिश की संभावना है। इन राज्यों में बारिश का निम्नांकण हो सकता है, जिससे खेतों की मिट्टी में उपयुक्त नमी बनी रहेगी। किसानों को इस समय पर खेतों में पानी के संचयन के उपाय उचित ढंग से करने की सलाह दी जाती है। अगर बारिश अधिक हो रही हो तो कृषि उपकरणों को सुरक्षित रखने के लिए भी सुझाव दिया जाता है।

मध्यम बारिश की संभावना

मध्य प्रदेश, पंजाब , हरियाणा, महाराष्ट्र और गुजरात में कल मध्यम बारिश की संभावना है। यहां पर किसानों को खेतों में अच्छे जल संचयन की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि बारिश के बाद भी पानी बना रहे और फसलों को पूरे संदर्भ में पोषित कर सकें। इसके अलावा, सेवानियां डालकर फसलों को भी पोषण प्रदान करने की सलाह दी जाती है।

भारी बारिश की संभावना

उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में कल भारी बारिश की संभावना है। इन राज्यों में बारिश अधिक होने की संभावना है जो कि खेतों के लिए खतरे का कारण बन सकती है। किसानों को यहां पर खेतों में पानी का संचयन करने के साथ-साथ उचित व्यवस्था करने की सलाह दी जाती है ताकि उनकी फसलों पर बरसात का असर कम हो सके।

कृषि के लिए सावधानियां

जल प्रबंधन

वर्षा का समय प्रबंधन करने और पानी का बहाव रोकने के लिए अच्छे जल प्रबंधन की व्यवस्था करें।

मल्चिंग तकनीक

मल्चिंग तकनीक का उपयोग करके फसलों की नमी और पोषण को बनाए रखने के लिए विचार करें।

पेड़-पौधों का संरक्षण

तेज बारिश के दौरान छोटे पौधों को बचाएं और उन्हें उच्च वायु गति से सुरक्षित रखें।

कृषि उपकरणों की सुरक्षा

बारिश के समय कृषि उपकरणों को सुरक्षित जगह पर रखें ताकि उन्हें नुकसान से बचा जा सके।

समय पर बुवाई करें

मौसमी विशेषताओं के अनुसार सही समय पर बीज बोएं। इससे फसल का उत्तम विकास होगा और फसल के प्रति उत्पादन में वृद्धि होगी।

समय पर समीक्षा

बारिश के पानी के संचयन के बाद खेतों की समीक्षा करें और आवश्यकतानुसार निर्धारित कार्रवाई करें। यह फसलों की स्थिति को सुधारने में मदद करेगा।

बारिश के पानी का नियंत्रण

बारिश के पानी को संचित और नियंत्रित रखने के लिए खेतों में उचित ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण करें। इससे पानी का जल संचयन होगा और फसलों को हानि से बचाया जा सकेगा।

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